Munja Movie Review: दोस्तों वैसे तो मुझे साउथ इंडियन हॉरर मूवीज पसंद हैं लेकिन मैं फिर भी ऐसे ही किसी मूवी को एक्सप्लेन नहीं करता जब तक मुझे खुद उसमें कुछ यूनिक देखने को ना मिले| पर अभी हाल ही में मैंने एक ऐसी मूवी देखी जिसने मेरा हॉरर मूवीज को देखने का पर्सपेक्टिव ही बदल दिया, मुझे लगा था कि यह मूवी इतनी खास नहीं होगी लेकिन इसकी स्टोरी और स्क्रीनप्ले इतना बेहतरीन निकला कि इसको आईएमडीबी पर 7.2 की रेटिंग भी मिल गई है
वहीं इस मूवी का बजट सिर्फ ₹30 करोड़ था लेकिन इसने सिर्फ 4 दिनों में अपनी कॉस्ट को कवर कर लिया और आज के दिन तक यह ₹130 करोड़ कमाने के महज कुछ ही दिन दूर है| तो चलिए दोस्तों बिना देरी किए शुरू करते हैं आज की ये शानदार एक्सप्लेनेशन तो मूवी की शुरुआत होती है सन 1952 से जहां हम महाराष्ट्र के कोकड़ इलाके के एक गांव के अंदर एक लोकल फेस्टिवल होते हुए देखते हैं|
Munja Movie Review
उस फेस्टिवल में दो भाई बहन काफी एंजॉय कर रहे होते हैं जिसमें लड़के यानी भाई का नाम था गोटिया और बहन का नाम था गीता गोटिया, उसकी उम्र 10 से 12 साल होती है और इस गांव में अपनी मां और अपनी छोटी बहन गीता के साथ रहता था| अब गोटिया जिस घर में रहता था उसके पास वाले घर में कुछ और लोग रहते थे और वहीं पर एक मुन्नी नाम की लड़की भी रहती थी|
गोटिया मुन्नी से प्यार करता था लेकिन फर्क यह था कि जहां गोटिया की उम्र 10 साल से 12 साल की थी वहीं मुन्नी उससे 7 साल बड़ी थी| लेकिन वो इस चीज को नहीं समझता था और चाहता था कि उसकी शादी मुन्नी से हो जाए जबकि मुन्नी को भी गोटिया की इस बात के बारे में कुछ भी पता नहीं होता इस बीच एक दिन मुन्नी के घर वाले उसकी शादी कहीं और फिक्स कर देते हैं|
फिर शादी के दिन गुस्से में गोटिया दूल्हे के खाने में चूहे मारने वाला जहर डाल देता है हालांकि उसे खाने से दूल्हा तो बच जाता है| लेकिन इस बारे में बाकी सबको पता चल जाता है और जैसे ही यह बात गोटिया की मां को पता चलती है वैसे ही वह गोटिया को पकड़ के अपने घर में लाती है और उसको मारने के लिए एक बड़ा सा चाबुक निकाल लेती है| वो उस चाबुक से गोटिया को बहुत मारती है और यहां पर हम यह भी देखते हैं कि वैसे तो गोटिया किसी से नहीं डरता, लेकिन उसे अपनी मां के चाबुक से बहुत डर लगता था|
गोटिया अभी भी मुन्नी से शादी करने के बारे में सोचता रहता है
हालांकि उसी दिन मुन्नी की शादी हो जाती है और वहीं पर जो गोटिया की मां होती है वो उसी दिन गोटिया का मुंडन भी करवा देती हैं लेकिन इसके बाद हम देखते हैं कि मुन्नी की शादी के बाद भी गोटिया अभी भी मुन्नी से शादी करने के बारे में सोचता रहता है| इसलिए वो एक दिन यह फैसला करता है कि वो मुन्नी को हासिल करने के लिए काला जादू करेगा और काला जादू करके वो मुन्नी पर वशीकरण करेगा| जिसके बाद मुन्नी उसके पास आ जाएगी और वह दोनों शादी कर लेंगे|
फिर एक दिन वह अपनी छोटी बहन गीता को अपने साथ लेकर गांव के पास वाले जंगल में चला जाता है, जिसका नाम चटका वाड़ी था| अब गोटिया वहां पर गीता को लाकर एक बड़े से बरगद के पेड़ के नीचे बैठ जाता है और वहां बैठकर काला जादू करने लगता है जिसके बाद हम देखते हैं कि रिचुअल के दौरान गोटिया अपनी छोटी बहन पर हमला कर देता है और एक चाकू से उसे मारने की कोशिश करता है|
लेकिन गोटिया की छोटी बहन उसे रोकती है और उससे पूछती है कि आखिर वो ऐसा क्यों कर रहा है| जिस पर गोटिया उसे बताता है कि उसे अपने काला जादू के अंदर एक लड़की की बलि देनी पड़ेगी और इसीलिए यहां पर वह उसे मारकर उसकी बलि देगा और फिर मुन्नी उसके पास आ जाएगी| लेकिन तभी गीता अपना बचाव करती है और गोटिया को धक्का मार देती है जिसके बाद जैसे ही गोटिया को धक्का लगता है वैसे ही उसका सर सीधा बरगद के पेड़ पर टकराता है और उसका सर फट जाता है|
जिसके बाद खून बहने की वजह से गोटिया की मौत हो जाती है लेकिन इस बीच गीता भागकर गांव आ जाती है और अपनी मां के साथ-साथ सारे गांव वालों को वहां पर ले जाती है जहां गोटिया मरा पड़ा था| तभी गांव के मुखिया पंडित कहते हैं कि यह बहुत बड़ा अनर्थ हो गया है क्योंकि असल में गोटिया एक ब्राह्मण परिवार का लड़का है और अभी कुछ ही दिन पहले उसका मुंडन भी हुआ है, गोटिया का मुंडन हुए 10 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और यहां पर गोटिया की अकाल मृत्यु हो गई है|
पंडित बताते हैं कि अब गोटिया मरने के बाद एक ब्रह्म राक्षस बनने वाला है और हो सकता है कि ब्रह्म राक्षस बनने के बाद वह गांव वालों का बुरा भी करें| इसलिए उन सबको गोटिया को यहीं पर रोकना होगा इसके बाद गांव वाले गोटिया को उसी पेड़ के नीचे दफना देते हैं और दफनाने के बाद सारे मुख्य पंडित मंत्रों का इस्तेमाल करके उस पूरे पेड़ को बांध देते हैं ताकि गोटिया उस पेड़ से कहीं भी दूर ना जा सके और उसकी आत्मा जो कि ब्रह्म राक्षस बन चुकी है वह हमेशा के लिए वहां पर कैद होकर रह जाए|
अब गोटिया एक मुंजा बन चुका है
यहां हमें बताया जाता है कि जिस हालत में गोटिया मरा है उस हालत में मरने वाले को मुंजा कहते हैं इसका मतलब अब गोटिया एक मुंजा बन चुका है, खैर अब इसके बाद कई साल बीत जाते हैं और हम सीधा पुणे शहर को देखते हैं| जहां हमारी मुलाकात होती है बिट्टू नाम के एक लड़के से जो पुणे में अपनी मां पम्मी और ग्रैंडमदर अज्जी के साथ रहता है| हमें पता चलता है कि बिट्टू के फादर की कई साल पहले ही मौत हो चुकी है और उसकी मां पम्मी एक ब्यूटी पार्लर चलाती हैं जिससे परिवार का खर्चा चलता है|
हम देखते हैं कि बिट्टू की एक बचपन की दोस्त होती है जिसका नाम बेला और होता है, बेला उसके पास वाले घर में ही रहती है यानी दोनों बचपन से साथ बड़े हुए हैं और एक दूसरे को काफी अच्छे से जानते हैं| फिर एक दिन बेला बिट्टू से मिलने आती है और वो बिट्टू को अपने बॉयफ्रेंड कूबा से मिलवाता है जो कि एक अंग्रेज होता है| लेकिन बिट्टू को बेला के बॉयफ्रेंड से मिलकर खुशी नहीं होती क्योंकि असल में बिट्टू मन ही मन बेला से प्यार करता था|
लेकिन उसने कभी बेला से यह बात बोली नहीं थी बिट्टू का मन अपनी मां के काम में ही लगता था इसलिए उसने मेकअप करियर के लिए एप्लीकेशन भी दिया था, जिसे एक्सेप्ट भी कर लिया गया था| अब वो अपनी मां से विदेश भेजने की जिद्द करता है लेकिन पम्मी कहती है कि तुम अभी छोटे हो और वैसे भी वो यहां अकेली रह जाएगी| हम देखते हैं कि बिट्टू का एक फ्रेंड भी है जिसका नाम स्पिलबर्ग है और वह वीडियो मेकिंग का काम करता है|
इस बीच हम नोटिस करते हैं कि बिट्टू को चटका वाड़ी जंगल से किसी की आवाज बार-बार आती रहती है और विजंस आते रहते हैं और वो इस सबसे परेशान सा रहता है| क्योंकि यह सब उसके साथ बचपन से हो रहा था और वो यह सब इग्नोर किए जा रहा था| अब बेला एक जुंबा क्लासेस ओपन करती है जिसका नाम कुबेल होता है, बिट्टू और स्पिलबर्ग उसमें उसकी पूरी हेल्प करते हैं हैं लेकिन इस बीच कूबा बेला को प्रपोज कर देता है और बिट्टू इससे काफी दुखी हो जाता है|
तभी बिट्टू की अज्जी को पता चलता है कि उनके छोटे बेटे बालू की बेटी यानी बिट्टू की कजिन रक्कू की सगाई फिक्स हो गई है, जिसके चलते उन्हें गांव जाना होगा वही जगह जहां के विजंस बिट्टू को आते थे| अज्जी के छोटे बेटे बालू का पापड़ और अचार का बिजनेस होता है और वे गांव का रसूखदार आदमी होता है| वेल अज्जी और पम्मी शुरू में वहां जाने से हिचक जाते हैं क्योंकि उस जगह से उनकी बुरी यादें जुड़ी हुई थी|
दोनों देवर भाभी आपस में कुत्ते बिल्ली जैसे लड़ाई लड़ते हैं
लेकिन अब वहां पर जाना उनकी मजबूरी हो गई थी और बिट्टू भी अपना माइंड फ्रेश करना चाहता था, जिसके चलते वह वहां पर पहुंच जाते हैं| अब इस पॉइंट पर हमको पता चलता है कि बालू और पम्मी की बिल्कुल नहीं बनती, दोनों देवर भाभी आपस में कुत्ते बिल्ली जैसे लड़ाई लड़ते हैं| क्योंकि बालू के बड़े भाई यानी पम्मी के पति की मौत वहीं हुई थी और पम्मी के हस्बैंड जिस वक्त खत्म हुए उस वक्त बालू उस जमीन को बेचना चाहता था और ठीक ऐसा वह अब भी करना चाहता था|
जिसके लिए अज्जी नहीं मानती यानी यह चटका वाड़ी वाली जगह असल में अज्जी की थी तब जाकर बिट्टू को पता लगता है कि उसके पिता यहीं खत्म हुए थे| उधर बालू पम्मी और उसके बच्चे को ही अपने बड़े भाई की मौत का रीजन मानता है और इसलिए उन दोनों की बिल्कुल नहीं बनती| खैर अब बिट्टू इतना ज्यादा गुस्से में आ जाता है कि वो सीधा जंगल में पहुंच जाता है| ठीक उसी जगह जहां के विजंस उसको आया करते थे तभी हम वहां पर मूवी में पहली बार मुंजा को देखते हैं जो कि बिट्टू को देखते ही उस पर हमला कर देता है|
अब उधर अज्जी और पम्मी बिट्टू को ढूंढने लगते हैं जिसके बाद गांव वालों को बिट्टू की स्कूटी जंगल के पास मिलती है और तभी पूरे परिवार को खबर आती है कि बिट्टू मिसिंग है| लेकिन उसका चाचा बालू उससे इतनी नफरत करता था कि वह बस यह कहता है कि स्कूटी दे जाओ बाकी देखा जाएगा| असल में वे भी उस जंगल में जाने से डरता था और ऐसा क्यों यह आपको आगे पता चल जाएगा| अब सभी गांव वाले जंगल में जाने से डर रहे थे लेकिन तभी अज्जी यह मैटर अपने हाथों में ले लेती है|
जिसके बाद वहां पर बहुत ही बड़ा ट्विस्ट रिवील होता है कि बिट्टू की अज्जी असल में कोई और नहीं बल्कि वो गोटिया यानी कि मुजिया की वही छोटी बहन गीता है, जिसकी वह बचपन में बलि देना चाहता था| इस बीच अज्जी के पास मां की वही चाबुक वाली छड़ी होती है जिसको लेकर वो सीधा चटका वाड़ी में पहुंच जाती है| अब मुंजा अपनी मां की छड़ी से डरता था इसलिए जैसे ही अज्जी इस छड़ी का इस्तेमाल करती है तो मुंजा बिट्टू को पीपल के पेड़ की जकड़ से ढीला कर देता है और इस छड़ी के निशान भी उस पेड़ के ऊपर बन जाते हैं|
अब अज्जी बिट्टू को वहां से ले जाने ही वाली थी कि तभी मुंजा अपने हाथों को बिट्टू की पीठ पर इंप्रिंट कर देता है और बस फिर वहां से अज्जी और बिट्टू किसी तरह से निकल जाते हैं| अज्जी बिट्टू को बताती है कि उसकी वजह से ही बिट्टू के पिता और उनके बड़े बेटे खत्म हो गए थे क्योंकि उसने ही उन्हें जंगल में आने के लिए बोला था| लेकिन तभी हम नोटिस करते हैं कि बिट्टू की पीठ का वह जो हैंड इंप्रिंट था वह अचानक चमकने लगता है जिससे उसको दर्द होता है और तभी बिट्टू के सामने ही मुंजा अज्जी पर हमला कर देता है|
मुंजा के अंदर अपनी बहन को लेकर गुस्सा बहुत था
क्योंकि मुंजा के अंदर अपनी बहन को लेकर गुस्सा बहुत था, हालांकि बिट्टू यह देखकर वहीं बेहोश हो जाता है और जब हॉस्पिटल में उसकी आंखें खुलती हैं तो उसे खबर मिलती है कि उसकी अज्जी अब जिंदा नहीं रही| यह जानकर वह बहुत दुखी होता है और जोर-जोर से रोने लगता है क्योंकि वो अपनी दादी अपनी अज्जी को बहुत प्यार करता था और वो भी बिट्टू के लिए अपनी जान दे सकती थी| इस इंसीडेंट से पम्मी बिट्टू और रकू सभी टूट जाते हैं|
लेकिन बालू अज्जी की चिता जलते वक्त भी नहीं रुकते और बस तभी गुस्से में आकर पम्मी बिट्टू को शहर ले जाने लगती है वो कहती है कि अब हमारा यहां कोई नहीं बचा चलो बिट्टू अपने घर चलते हैं| अब रास्ते में ही बस के अंदर मुंजा एक लेडी पैसेंजर को चिमटी काट लेता है जिससे उस लेडी को बिट्टू पे शक होता है|
वो उसको उठकर मारने लगती है लेकिन हम देखते हैं कि वो सब असल में मुंजा ने ही किया था, जो कि बस बिट्टू को दिख रहा था| अब आप यह सोच रहे होंगे कि जो मुंजा इतने सालों से पेड़ से बंधा था वो आज शहर कैसे आ गया और बिट्टू को ही क्यों दिखा? तो असल में यह मुंजा अपने ब्लड लाइंस वालों को ही दिखते हैं
वो सिर्फ शाम में ही आ सकते हैं उनको अपने वश में कर सकते हैं और उनके साथ रह सकते हैं अब एक तरह से मुंजा ने बिट्टू को मार्क करके उसको पीपल का पेड़ बना लिया था| जिस पर वह कभी भी शाम में आ जा सकता था अब शहर में आते ही मुंजा उसकी नाक में दम कर देता है, वो बिट्टू से लगातार मुन्नी को ढूंढने के लिए कहता है और इसी सेम चीज को बिट्टू का फ्रेंड स्पिलबर्ग भी फील कर पाता है और सुन पाता है|
क्योंकि वह मुंजा को देख नहीं सकता था अब मुंजा की यहां पर एक शर्त भी होती है कि वे मुन्नी से शादी करना चाहता है और फिर मुक्ति चाहता है| बिट्टू समझ जाता है कि अगर इससे आजादी चाहिए तो इसका काम करना होगा इसलिए यह दोनों ही मुन्नी को ढूंढना चालू कर देते हैं, जिसके चलते बिट्टू रकू से बात करता है जो बताती है कि असल में मुन्नी अजी की ही एक फ्रेंड हुआ करती थी| वो कहती है कि अजी के गांव वाले बक्से में कुछ फोटोस होंगी जो कि वो सेंड कर देगी|
वह उसकी मां पम्मी को भी खत्म कर देगा
अब जैसे ही फोटो बिट्टू के पास आती है तो वो देखते हैं कि शॉकिंगली मुन्नी बिल्कुल बेला के जैसी ही दिखती थी यानी बेला की ही अज्जी यानी दादी मुन्नी थी| जिसके घर वाले गांव से घर बेचकर शहर में शिफ्ट हो गए थे, जबकि फिलहाल बेला के जो घरवाले हैं वो यूएस में रहते हैं अब मुंजा भी फोटो देखकर तुरंत ही उसको वहां पर जाने की इंस्ट्रक्शंस देता है और यह लोग उसकी बात इसलिए मान रहे होते हैं क्योंकि मुंजा ने धमकी दी थी कि अगर बिट्टू ने उसकी बात नहीं मानी तो जैसे उसने अज्जी को खत्म किया है वैसे ही वह उसकी मां पम्मी को भी खत्म कर देगा|
इसलिए डर के मारे बेचारा बिट्टू उसकी बात मान लेता है, अब यह लोग बेला के पास जाते हैं जहां पर मुन्नी भी होती है जो बहुत ही बूढ़ी हो चुकी थी| अब बूढ़ी होने की वजह से मुंजा उससे घिन करने लगता है क्योंकि अब वो सुंदर नहीं रही थी खैर इस बीच अब बेला वहां पर आ जाती है जो कि बिट्टू को उसके लॉस के लिए यानी अज्जी के लिए गले लगाती है और वो बिट्टू को बताती है कि उसके बॉयफ्रेंड कूबा ने उससे शादी के लिए प्रपोज किया है पर उसने मना कर दिया ऐसा इसलिए क्योंकि उसको इंडिपेंडेंट रहना है|
लेकिन तभी हम देखते हैं कि बेला की शक्ल बिल्कुल मुन्नी से मिल ही रही थी, तो मुंजा उस पर फिदा होकर यह कहता है कि उसको बेला से ही लगन यानी की शादी करनी है| अब मुंजा बिट्टू को अपना पूरा प्लान बताता है कि उनको चटका वाड़ी में ही बेला को लेकर आना हो होगा और उसका सैक्रिफाइस करना होगा जिसके बाद ही मुंजा हमेशा के लिए आजाद हो पाएगा| लेकिन बिट्टू यह सुनकर पूरी तरह से शॉक हो जाता है क्योंकि वो बेला से प्यार करता था| लेकिन अल्टीमेटली उसको इस बात के लिए मानना पड़ता है क्योंकि उसकी मां की जान खतरे में थी|
सिर्फ एक तरीका है जिस लड़की से उसको शादी करनी है
खैर अब ये दोनों सीधे जाते हैं एक घोस्ट हंटर के पास जिसका नाम था प्रभाकर यानी अपना कटप्पा भाई अब जैसे ही स्पिलबर्ग प्रभाकर को बिट्टू की पीठ पर मुंजा का हैंड इंप्रिंट दिखाता है तो प्रभाकर तुरंत ही बोलता है कि मैं पहले चार मुंजा को हरा चुका हूं, इसलिए इसमें कोई दिक्कत की बात नहीं है|
प्रभाकर कहता है कि इसका सिर्फ एक तरीका है जिस लड़की से उसको शादी करनी है उसको लेकर वहीं जाना होगा जहां पर मुंजा को बांधा गया था उसके बाद उसको शादी करने के लिए किसी फिजिकल फॉर्म में ही आना पड़ता है| जो कि एक बकरी होती है और यह बात मंजिया खुद से तुम्हें कभी नहीं बताएगा| अब उसी मूमेंट पर जब वो उस फॉर्म में हो और अगर बकरी को मारा जाए तो मंजिया भी खत्म हो जाएगा|
प्रभाकर का कहना था कि यह सब काम तो हो जाएगा लेकिन लड़की को मनाने का काम तुम सबको करना होगा| तभी गांव में हम नोटिस करते हैं कि रकू की सगाई टूट गई थी, क्योंकि अज्जी के देहांत के चलते अब शादी नहीं हो सकती थी और सबसे बड़ी बात यह थी कि यहां पर जो स्पीलबर्ग होता है वो अब रकू को पसंद करने लगता है| अब रकू बिट्टू और स्पीलबर्ग आपस में बात करते हैं और फाइनली डिसाइड करते हैं कि वो लोग बेला को वहां पर उसके जुंबा क्लासेस के शूट के बहाने लेकर जाएंगे और मंजिया का खात्मा कर देंगे|
फाइनली इस बारे में सभी को पता चल जाता है और अब इस काम को करने पम्मी प्रभाकर बेला बिट्टू और स्पिलबर्ग समेत सभी लोग वहां पर पहुंच जाते हैं| अब रकू के नाम गांव वाला घर था और बिट्टू के नाम शहर वाला इसलिए बालू भी यहां पर कुछ नहीं कर पाता और उन सभी को वो मजबूरी में रहने देता है| खैर बेला का शूट वगैरह काफी अच्छे से होता है और फिर बिट्टू और बेला साथ में बैठे होते हैं जहां पर बेला कूबा से ब्रेकअप करने वाली थी, लेकिन कूबा वहीं पर आ जाता है और बेला से माफी मांगने लगता है और कहता है कि वो उसको आजादी देने के लिए रेडी था|
जिसके बाद बेला भी उसकी बात मान जाती है और दोनों के बीच पैचअप हो जाता है| इस बीच जब कुबा बेला को किस करने की कोशिश करता है तो उसी वक्त शाम होने को थी| तो मुंजा आकर कुबा को ले जाता है और उसको घायल कर देता है जिसके चलते उसको क्लीनिक ले जाना पड़ता है| वहां पर डॉक्टर बताते हैं कि किसी जानवर ने कूबा को इस तरह से काटा है कि कूबा अब कभी बाप नहीं बन पाएगा| लेकिन हम जानते हैं कि यह काम असल में मुंजा का ही था अब यह सुनकर बेला बेहोश हो जाती है क्योंकि उसका फ्यूचर ही खत्म हो गया था|
इस मुंजा को खत्म करना ही पड़ेगा
अब बिट्टू और स्पिलबर्ग मुंजा को शांत करने की कोशिश करते हैं क्योंकि कूबा के किस वाले सीन के बाद वो काफी गुस्से में होता है| इस बीच तभी वहां पर रकू भी आ जाती है जो कि मुंजा को देख सकती थी क्योंकि वो भी सेम ही ब्लड लाइन की है| इसके बाद ये तीनों मिलकर प्लान करते हैं कि इस मुंजा को खत्म करना ही पड़ेगा|
अब प्रभाकर इनको सब बताता है कि इनको एक बकरी लानी पड़ेगी जिसके माथे पर एक स्पेशल चिन्ह बनाकर मंत्र पढ़ने होंगे और मुंजा को बकरी के शरीर में आमंत्रित करना होगा और यह साइन सिर्फ बिट्टू के खून से ही बनेगा| लेकिन इस साइन को बना बनाने में कोई भी गलती नहीं करनी है और ना ही किसी और के शरीर पर या माथे पर यह बनाना है वरना बहुत बड़ी गड़बड़ हो जाएगी|
खैर अब यह सब लोग एक बकरी लाते हैं और बेला को दारू पिलाकर वहां वाले पीपल के पेड़ के नीचे ले आते हैं और मुंजा इनको प्रभाकर वाली इंस्ट्रक्शंस ही देता है यानी कि उसने अभी तक इनको कुछ भी नहीं बताया था| इसके बाद मुंजा बकरी के रूप में आ जाता है लेकिन एक गड़बड़ हो जाती है नशे में होने की वजह से बेला ने अपने माथे पर वो सेम साइन बना दिया था जिसके चलते अब मुंजा बकरी से निकलकर बेला के अंदर चला जाता है|
जबकि बकरी के अंदर बेला की आत्मा चली जाती है यानी कि यहां पर आत्माएं स्विच हो गई थी| अब ये लोग उस बकरी यानी बेला को अपने साथ ले जाने लगते हैं और इस बीच बालू उसे बकरी समझकर अपने साथ ले जाता है ताकि वो उसका गोश्त खा सके| अब ये लोग घर आ जाते हैं और पम्मी को बालू के खिलाफ भड़का रहा हैं ताकि बेला यानी बकरी को बचाया जा सके| वो कहते हैं कि पम्मी में बिल्कुल हिम्मत नहीं है कि वह बालू से अपनी बकरी छुड़ा सके|
तभी स्पिलबर्ग को बहुत तेज सूसू आने लगती है
आखिर बालू ने हमारी बकरी कैसे चुरा ली ये सुनकर पम्मी फौरन गुस्से में वहां से जाने को उठती है कि तभी बेला के शरीर में आकर मुंजा इन सब पर हमला कर देता है और सीधा घर पहुंच जाता है| जहां पर पम्मी को बिट्टू ने सब बता दिया था लेकिन तभी प्रभाकर वहां आ जाता है क्योंकि इन्होंने उसको पहले ही सब बता दिया था वो नमक का इस्तेमाल करके मुंज और बेला को ही सर्कल में बांध देता है| हालांकि स्पिलबर्ग और रकू उस पर नजर रख रहे थे लेकिन तभी स्पिलबर्ग को बहुत तेज सूसू आने लगती है|
जिसके चलते वो वहां पर पास में ही चला जाता है और बाकी बेला को ढूंढने यानी उस बकरी को लेने चले जाते हैं| वहां जाकर इनको पता चलता है कि बकरी को खा लिया गया है जिसके बाद यह लोग परेशान होने लगते हैं पर तभी प्रभाकर कहता है कि अगर बकरी मर गई है तो बेला की आत्मा उसके शरीर में वापस चली गई होगी| तुम जाकर एक बार चेक करो अब यह लोग उसके माथे पर साइन बनाते हैं लेकिन तब तक स्पिलबर्ग को वह बकरी मिल जाती है इसके बाद रकू को बेवकूफ बनाकर मुंजा भी आजाद होकर यहीं पर आ जाता है|
अब होता यह है कि तीन लोगों पर यह साइन बना हुआ था यानी कि बकरी बेला और बालू पर जिसके बाद रिचुअल के दौरान बालू के शरीर में मुंज आ जाता है| और बेला की आत्मा उसके शरीर में वापस आ जाती है और बकरी को भी उसकी आत्मा मिल जाती है खैर अब बालू के शरीर में मुंजा सब पर हमला करता है और प्रभाकर को भी दूर फेंक देता है| फिर वो बेला को लेकर सीधा जंगल की तरफ निकल पड़ता है लेकिन तभी उधर बिट्टू को अपनी अज्जी की आत्मा दिखाई देती है|
जो उसको कहती है कि अब समय आ चुका है यानी कि हवा के झोंकों को तूफान में बदलने का वक्त आ गया है| जिसके बाद वो छड़ी भी समुद्र से बाहर अचानक से प्रकट हो जाती है यानी इस सब में अज्जी की आत्मा बिट्टू की हेल्प कर रही होती है फाइनली बिट्टू पीपल के पेड़ के पास पहुंच जाता है और इस छड़ी से खूब सारे वार मुंजा पर करता है और अब उसकी आत्मा को सेम साइन बनाकर प्रॉपर्ली पेड़ से अटैच करता है|
क्योंकि वो एक बुजदिल इंसान था
जिसके बाद बालू भी इससे आजाद हो जाता है, लेकिन वो यह सब देखकर डर कर वहां से भाग जाता है| क्योंकि वो एक बुजदिल इंसान था खैर अब मुंजा उस पेड़ के अंदर था यानी पेड़ मुंजा का शरीर बन गया था जिससे कि उसको ज्यादा ताकत मिल जाती है और वो पेड़ को अपने शरीर के अंगों की तरह इस्तेमाल करने लगता है| लेकिन तभी होता यह है कि जो बेला होती है वो मुंजा के ऊपर तेल डाल देती है जो कि ये लोग मुंजा के लिए पहले से ही लेकर आए थे, ताकि वो सब कुछ जल सके|
इसके बाद बिट्टू फौरन वहां पर आग लगा देता है जिससे कि ये पीपल का पेड़ जलने लगता है और बेला और बिट्टू बच जाते हैं| फाइनली बिट्टू ने अपने प्यार को बचा लिया है फ़िलहाल अब कुछ हफ्ते बीत जाते हैं और उसको फ्रेंड जोन कर देती है यानी कि वह उससे बहुत ज्यादा अटैच तो थी पर एक दोस्त की तरह, इस बात से बिट्टू टूट जाता है| क्योंकि वो उसको बचपन से प्यार करता आया था, लेकिन इसके बाद उसे अचानक से एक एहसास होता है और वह उसको जाने देता है उसको लगता है कि यहां पर जब बेला को यही नहीं पता कि उसे क्या चाहिए तो वह बिट्टू का कैसे ख्याल रखती|
Saga Curse of the Shadow 0 जंगल में लड़की का मुकाबला होता है शैतान, लेकिन?
Role Play | पत्नी ने 8 साल तक छुपाया अपना राज, पता चला तो?
Deep Trap 1 पति से खुश नही थी, तो जंगल में कर दी ये कांड?
100 Feet | पति का मर्ड$र कर वापस उसी घर में कैद हो गई महिला, आगे हुवा ये?
अल्टीमेटली यहां पर यही सिखाया गया है कि प्यार करने का मतलब जाने देना होता है ना कि जबरदस्ती करना| हालांकि इसमें दुख होता है लेकिन यही सही है मुंजा ने प्यार के चक्कर में अपनी बहन की जान लेने की कोशिश की फिर अपनी जान जाने के बाद और लोगों को परेशान किया| जबकि बिट्टू ने अपने आप को संभालते हुए बेला को जाने दिया यही असली प्यार है, सामने वाले की खुशी ना कि अपनी जोर जबरदस्ती|
खैर मूवी के एंड में हम देखते हैं कि चटका वाड़ी को काटा जा रहा था क्योंकि उस जगह को एक बिल्डर ने खरीद लिया था| सेम चीज बालू ने भी बहुत पहले कही थी कि वह इसको बेचना चाहता है जैसे कि उसका बड़ा भाई भी बेचना चाहता चाहता था इसलिए आज अज्जी के मरने के बाद उसके पास राइट्स आ गए होंगे| साथ ही साथ हम यह भी देखते हैं कि जो बालू होता है वो बिल्कुल पगला सा हो गया था वह अपने ऊपर पानी डलवाता रहता है और कहता है कि वह सूखने वाला है|
Role Play | पत्नी ने 8 साल तक छुपाया अपना राज, पता चला तो?
दोस्तों मुझे यहां पर ऐसा लगता है कि जो स्टार्टिंग में सीन आया था जहां पर इन तीनों के माथे पर साइन बना था तो मुंजा की जो आत्मा थी वो तो चली गई थी बालू के अंदर और बेला को उसकी आत्मा मिल गई थी पर शायद बकरी के अंदर बालू की आत्मा चली गई और अब जब यह रिचुअल फिर से हुआ था तो पेड़ की जो आत्मा थी वो बालू के अंदर आ गई थी| और जो बालू के अंदर मंजिया की आत्मा थी वो पेड़ के अंदर चली गई थी|
तभी तो यहां बालू बार-बार बोल रहा था कि मैं सूख रहा हूं मेरे को पानी डालो लास्ट के सीन में बिट्टू को फिर से एहसास होता है कि मुंज अभी भी जिंदा है क्योंकि पंडितों ने शुरू में कहा था कि ब्रह्म राक्षसों को मारा नहीं जा सकता| लेकिन इस बार बिट्टू उस छड़ी के साथ मुंजा के लिए पूरी तरह से तैयार था क्योंकि अब उसने डरना छोड़ दिया था इसके बाद हम मूवी के के पोस्ट क्रेडिट सीन में भेड़िया मूवी के कैमियो को देख पाते हैं|
जहां वरुण धवन यानी भास्कर जंगल में बेहोश पड़ा होता है उसका दोस्त जना आकर उसे कपड़े देता है और यहीं यह मूवी दी एंड हो जाती है| तो दोस्तों इस मूवी की स्टोरी कहीं ना कहीं बाद में जाकर स्त्री और भेड़िया मूवी से कनेक्ट जरूर होगी और उसे देखने में बहुत मजा आएगा| अगर आप भेड़िया और स्त्री 2 मूवी का एक्सप्लेनेशन चाहते हैं तो मुझे कमेंट में जरूर बताना|