Ship Crash | जब पांच लोग फंस गए बीच समुन्द्र में, सार्क ने कर दिया हमला

By Vinod Nishad

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Ship Crash

Ship Crash: यह सच्ची कहानी उन पांच लोगों की है जो वर्षों पहले एक लंबे सफर के लिए समंदर में गए थे| यह जिस बोट से सफर तय कर रहे थे वह बोट उस समय का काफी हाईटेक बोट था, लेकिन जब शिप समंदर के बीच पहुंचा जहां उसका सामना हुआ ऊंची ऊंची लहरों तथा समुंद्री तूफान से तो उसी टाइम बोट में एक बड़ा सुराख हो गया|

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पर यह बोट समंदर के जिस हिस्से में मौजूद था, वहां से मीलों दूर ना ही कोई आइलैंड था ना ही समंदर का किनारा था| क्या वे उस खतरे से बाहर निकल पाए होंगे या समुंदर की आगोश में फिर सो गए होंगे|

Ship Crash Story

स्टोरी की शुरुआत अमेरिका के समुंद्री तट से हुई, यह अमेरिका का मुख्य जगह है जहां आज फाइव सेलर शिप यहां से लगभग 200 किमी से ज्यादा की दूरी तय करके अमेरिका के ही स्टेट फ्लोरिडा जाने वाले थे| इस शिप में टोटल पांच लोग रहने वाले हैं जिनमें से एक मोस्ट एक्सपीरियंस सेलर डेबरा थी, उम्र में बाकी चार लोगों से छोटी थी पर उसे इस तरह के सफर का सबसे ज्यादा एक्सपीरियंस था|

कम उम्र होने के बावजूद वह सालों तक समंदर में रहकर शिप के माध्यम से सफर तय कर चुकी है| कुछ ही वर्ष पहले वह ओशियन रेस में भी भाग ली थी जिसमें पार्टिसिपेंट को धरती का एक पूरा चक्कर लगाना पड़ता है| इसी रेस को जीतने के बाद वह दुनिया की सबसे कम उम्र वाली पहली लेडी बनी जो ओशियन रेस में जीत हासिल की हो| इनका यह सफर लगभग छ दिनों तक चलने वाला है फिलहाल इनका सफर शुरू हो चुका है निकलते वक्त इन्होंने मौसम की सारी जानकारी ली थी|

जहां पता चला आगे मौसम बिल्कुल क्लियर है प्रॉब्लम की कोई बात नहीं, ओसियन रेस को जीतने के बाद समुंदर का यह पहला सफर था| यदि इन पांच लोगों में बाकी लोगों की बात करें तो इसमें कैप्टन तथा उसकी गर्लफ्रेंड भी थी तथा बाकी तीन अन्य लोग थे| यहां उसकी गर्लफ्रेंड का तो कोई काम नहीं था वह इस शिप पर इसलिए आई थी क्योंकि उसे नए-नए जगह घूमने का शौक था|

पर इन सबको कहां पता आगे चलकर इनके साथ कुछ भी अच्छा होने वाला नहीं है| शुरुआती सफर में सारे जिम्मेदारी डेबरा को ही दी गई थी, पर अगले कई घंटे के सफर के बाद दूसरा क्रू मेंबर बाहर आया| डेबरा से कहने लगा कि शिप का कंट्रोल मुझे दे दो मुझे लगता है अब तुम्हें आराम की जरूरत है, शिप का कंट्रोल क्रू को देकर वापस से अंदर चली गई| इसी तरह अगले कई घंटों तक सफर जारी रहा|

कैप्टन ने शिप को किनारे ले जाने को कहा

ये लगभग 800 किमी की दूरी तय किए होंगे कि कैप्टन ने शिप को किनारे ले जाने को कहा फाइनली शाम के 4 बजे ये एक बंदरगाह के पास रुके, जहां सबसे पहले बोट को किनारे लगाया गया| बोट से उतरने के जस्ट बाद इनकी मुलाकात दो बंदों से हुई जो उनसे पूछने आए थे कि क्या आपको किसी चीज की जरूरत है| जहां इन लोगों ने खाने का सामान तथा फ्यूल वगैरह की मांग की कुछ ही घंटों में शाम भी होने वाली थी, इसलिए आज की रात यह बंदरगाह के पास ही रुकने का फैसला किए|

इस तरह रात इनका बंदरगाह पर ही गुजर गया, सुबह होने के बाद जरूरत के सामान तथा फ्यूल वगैरह ले लेने के बाद यह वापस से सफर शुरू किए पर बंदरगाह से निकलते टाइम इन्हें वेदर के बारे में पता चला कि आज मौसम कुछ ठीक नहीं रहेगा| जब इन्होंने पूरी जानकारी निकाली तो उन्हें पता चला मौसम इतना भी खराब नहीं कि ये आगे बढ़ नहीं सकते इसलिए यह यहां से निकलना ही सही समझे| यह यहां रहकर देरी नहीं करना चाहते थे क्योंकि इनका कांट्रैक्ट सिर्फ छ दिनों का था, इन्हें छ दिनों के अंदर ही अपने मंजिल पहुंचना था|

दिन के टाइम तो ऐसा जरा भी नहीं लगा कि आगे चलकर वेदर खराब होगा, इस तरह यह आने वाले खतरे से अनजान आगे बढ़ते रहे| फाइनली आज का दिन भी खत्म हुआ शाम होने के बाद इन्होंने पाया कि आसमान में तारे नहीं दिख रहे हैं जैसा कि यह समय अक्टूबर सन 1982 का था इसलिए रेडियो की हेल्प से हर समय मौसम की जानकारी पता करना आसान नहीं था| रात के समय अक्सर तारों को देखकर ही मौसम के बारे में पता लगाते थे|

हर बार की तरह इस बार भी जब रात को आसमान देखा गया तो इन्हें एक भी तारे नहीं दिखे मतलब साफ था आगे चलकर यह किसी बड़े तूफान का सामना करने वाले हैं| ऐसा देखते ही बाकी लोगों को भी इसकी जानकारी दी गई जो सो रहे थे, उस वक्त जल्दी-जल्दी सभी लोग अपना सेफ्टी सूट वगैरह पहनने लगे| इतना सब कुछ जानने के बाद इन्हें अभी भी उम्मीद है ज्यादा प्रॉब्लम की बात नहीं होगी छोटा-मोटा तूफ़ान होगा|

Ship Crash

कैप्टन सभी को जल्द से जल्द बाहर आने को कहा

पर ये इन सब चीजों को लेकर सीरियस तब हुए जब कैप्टन सभी को जल्द से जल्द बाहर आने को कहा क्योंकि अब तक समंदर में लहरें काफी ऊंची हो चुकी थी, पर लहरें इतनी भी ऊंची नहीं थी कि उससे शिप पर कोई इंपैक्ट पड़े| हल्की-हल्की बारिश भी होनी स्टार्ट हो गई है, एक तरफ कैप्टन इस बिगड़ते माहौल को देखकर परेशान है तो दूसरी तरफ उसके बाकी साथी बाहर निकलकर बारिश का मजा ले रहे हैं| इसी समय इन्हें ख्याल आया बाहर तो सिर्फ चार लोग हैं कैप्टन की गर्लफ्रेंड तो बाहर आई ही नहीं|

जब उसका पता करना ने के लिए यह लोग वापस से अंदर गए तो उन्होंने देखा वह फर्श पर पड़ी है साथ ही साथ बेहोश भी थी| दरअसल बोट का जैसे ही पहले लहरों से सामना हुआ तो उसी टाइम बोट पर एक जोरदार झटका लगा था जिसमें वह अपने आप को संभाल नहीं पाई और नीचे गिर पड़ी| अभी तक तो सभी लोग कैप्टन के गर्लफ्रेंड को ही लेकर चिंतित थे|

आधे घंटे तक तो चीजें ऐसे ही चलती रही पर आधे घंटे बाद कैप्टन को एहसास हुआ मौसम कुछ ज्यादा ही खराब हो रहा है| इस ऊंचे ऊंचे लहरों के बीच बोट को कंट्रोल करना मुश्किल है आज देरी ना करते हुए को कॉल कर कोस्ट गार्ड को सारी जानकारी दी गई कि इनका बोट तूफान में फंस गया है, साथ ही साथ मैप निकालकर अपना लोकेशन भी पता किए इसी टाइम जो इन्हें पता चला इन्होंने भी उम्मीद नहीं की थी|

कोस्टगार्ड की ओर से कहा गया कि इस टाइम हम मदद नहीं भेज सकते तूफान और भी बढ़ने वाला है उनसे कहा गया कि जितना हो सके वोट को वहीं पर रोके रखो, आगे बिल्कुल नहीं बढ़ना| सारा सच जानकर कैप्टन इंजन तो बंद कर दिया पर शिप तो अभी भी तूफान के बीच ही है जहां पर हवाओं की स्पीड 80 किमी पर आवर थी| थोड़े समय तक सभी बाहर ही रहे लेकिन जब इन्होंने देखा कि लहरों का पानी बार-बार बोट में आ रहा है तो यह बाहर रहकर खतरा और मोल नहीं लेना चाहते थे|

यह इंजन को बंद करके एक जगह रुके ही रहे

इसलिए कुछ लोगों को अंदर भेज दिया गया, थोड़े समय तक तो यह इंजन को बंद करके एक जगह रुके ही रहे लेकिन जब कैप्टन ने देखा कि एक जगह टिके रहना भी मुश्किल है तो वापस से इंजन स्टार्ट करने लगे| पर इसी टाइम इन्हें पता चला इंजन में कुछ खराबी आई है वह स्टार्ट हो ही नहीं रहा है| देखते ही देखते सिचुएशन और भी क्रिटिकल हो गई इस तरह कैप्टन एक बार फिर कोस्टगार्ड से कांटेक्ट करने की कोशिश की हैं पर दोबारा से यह कांटेक्ट बनाने में असफल रहे|

आगे लगातार कई बार कोशिश की गई पर यह हर बार नाकामयाब रहे, पूरी तरह कोशिश करने के बाद भी एक भी चीज जब उनके कंट्रोल में नहीं हुई तो जो बाकी लोग अब तक बाहर थे वे भी अंदर आकर सो गए| ऐसा ये इसलिए किए क्योंकि ये फुल कॉन्फिडेंस में थे जैसा कि यह सेलर शिप है साथ ही साथ इस शिप का जिस तरह का डिजाइन है इसका डूबना नामुमकिन था इन्हें लगा कि ये अंदर आकर इन सब चीजों से बच जाएंगे|

पर लहरें हर समय और भी ऊंची होती गई बोट के बॉटम में जगह-जगह कई सारे मिरर थे| जहां से समंदर की ऊंची ऊंची लहरों को क्लियर देखा जा सकता था, उन्हीं ग्लास को देखकर कुछ लोग डरने लगे क्योंकि अगर गलती से भी वह ग्लास टूटा तो कुछ ही पलों में बोट में पानी भर जाएगा| अगर ऐसा हुआ तो इसे डूबने से कोई नहीं बचा सकता, यह आने वाले जिस प्रॉब्लम को लेकर डर रहे थे अंत में वैसा ही हुआ|

सच में उनमें से एक गिलास टूट गया बोट में पानी भरता देख वह भाग कर बाकी लोगों के पास पहुंचा सबको जल्द से जल्द बाहर आने को कहा जबकि इस टाइम कैप्टन अभी भी कोस्टगार्ड से कांटेक्ट बनाने की कोशिश कर रहे थे| पर इस खराब वेदर में रेडियो काम ही नहीं कर रहा था वह बार-बार कॉल करता रहा, पर उधर से कोई रिस्पांस नहीं मिला आगे जब यह बात कैप्टन को पता चली कि बोट में पानी भरने लगा है तो वह और भी घबरा गया|

यहां पर डेबरा जरा भी नहीं घबराई

लेकिन यहां पर डेबरा जरा भी नहीं घबराई उसे तो यह तो पता चल चुका था कि अब बोट को डूबने से नहीं बचाया जा सकता| इस तरह पानी का तापमान पता करने के लिए लिए समंदर में कूद पड़ी जहां उन्होंने पाया पानी इतना भी ठंडा नहीं है कि यह सरवाइव नहीं कर सकते इसलिए अपने साथी को लाइव बोट नीचे उतारने को कही क्योंकि अब तक बोट 30 प्रतिशत पानी में डूब चुका था, इसी तरह आगे भी डूबता जा रहा है|

फिलहाल अब तक एयर बोट पानी में उतर चुका है पर लाइव बोट में आने से पहले जितने भी जरूरत के सामान थे सभी को बोट से उतारा जाने लगा| क्योंकि आगे चलकर इन्हें किस चीज की जरूरत पड़ जाए किसी को नहीं पता आगे चलकर शिप जब 80 प्रतिशत पानी में डूब गया तो पांचों लोग लाइफ बोट के पास आ गए हैं| पर उनमें से कैप्टन की गर्लफ्रेंड जो इनके साथ सिर्फ घूमने के लिए आए थे जिसे सही से तैरना भी नहीं आता था जब उसकी बारी आई बोट के पास आने की तो वह वहां तक पहुंच ही नहीं गई बल्कि जोर-जोर चिल्लाने लगी|

आगे उसके साथ कुछ बुरा होता इससे पहले कैप्टन उसके पास पहुंचे, बोट के पूरी तरह से डूबने से पहले उसे लाइव बोट के पास ले आए| सभी के लाइव बोट के पास आ जाने के बाद इन्होंने देखा इनका बोट पूरी तरह से डूब चुका है| समंदर के बीच पहुंचकर इनके साथ ऐसा कुछ होगा किसी ने भी उम्मीद नहीं की थी इसलिए ये जिस लाइव बोट के सहारे तैर रहे हैं वह भी काफी छोटा है| जिस पर यदि तीन से ज्यादा लोग बैठने की कोशिश किए तो वह भी डूब जाएगी|

Ship Crash

मतलब साफ है उन पांचों में से तीन लोगों को नीचे रहना ही होगा, फिलहाल आज की रात तो जैसे-तैसे गुजर गई सुबह हुआ दूसरे दिन की सुबह इन्होंने देखा तूफान रात की अपेक्षा कुछ कम हुआ है| जैसा कि इनमें से तीन लोग लाइफ बोट के ऊपर जा सकते थे पर यह जानते हुए भी कोई भी ऊपर नहीं गया| क्योंकि इन्हें डर है कहीं लाइफ बोट पर जाने के बाद इसके साथ ही कुछ बुरा ना हो जाए, अगर ऐसा हुआ तो यह जो तैर कर जीवित हैं इससे भी बुरी हालत में फंस जाएंगे|

ऊंची ऊंची लहरों के बीच यह बार-बार पानी में डूब जा रहे थे

पर इनका बाहर रहना भी आसान नहीं था ऊंची ऊंची लहरों के बीच यह बार-बार पानी में डूब जा रहे थे| इन पांचों में सबसे ज्यादा अगर किसी को प्रॉब्लम हो रही थी तो वह थी कैप्टन की गर्लफ्रेंड इससे बचने का एक ही तरीका था, यह बोट के नीचे चले जाएं नीचे जाने के बाद इन्होंने पाया सच में यहां थोड़ी सी राहत है| इसी टाइम गलती वश बोट से उतरने से पहले जो यह जरूरत के सामान नीचे उतार दिए थे उनमें से एक कैप्टन के गर्लफ्रेंड के पैर में जा लगा|

जिस कारण उसके पैर में गंभीर चोट आ गई, इस तरह जब उसे बोट पर लाया गया तो उसे देखने को मिला यह जख्म तो काफी गहरा है जो हड्डी तक पहुंच चुकी थी, ब्लड भी निकल रहा है पर इन्हें कहां पता पैर से निकल रहा ब्लड इनके लिए और भी प्रॉब्लम खड़ी कर सकता है| शुरुआती टाइम तो इन्हें इसका जरा भी एहसास नहीं हुआ पर थोड़ी देर बाद इन्हें एहसास हुआ कि यहां इन पांचों के अलावा कोई और भी है|

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सच जानने के लिए डेबरा जब पानी में डुबकी लगाई तो उसे देखने को मिला, नीचे तो कई सारे सार्क आ गए हैं| उन्हें समझने में देरी नहीं हुई हो ना हो ये सार्क ब्लड के स्मेल से यहां तक पहुंचे होंगे, यह बात जब बाकी लोगों को पता चली कि हमारे आसपास बहुत सारे शार्क हैं तो सभी के होश ही उड़ गए हैं| देरी ना करते हुए अब तक जो लोग पानी में थे सभी बोट पर आ गए बोट पर आने के बाद इन्होंने पाया ये खामखा डर रहे थे ये बोट तो इन पांचों का वेट सह सकती है|

थोड़े समय तक तो ये बोट में ही इंतजार करते रहे कि कब ये सार्क यहाँ से जाएंगे पर ये जैसा सोच रहे हैं ऐसा कुछ नहीं हुआ| सार्क यहां से गए तो नहीं बल्कि कुछ और आ पहुंचे हैं उनमें से एक तो गुस्से में आकर सार को मारने की कोशिश किया पर बाकी लोग उसे ऐसा करने से रोक दिए| क्योंकि अगर उसने ऐसा किया तो यह शार्क अग्रेसिव हो जाएंगे| पर फिर भी एक बंदे के अंदर ना जाने कैसी खुजली थी वह बार-बार सार्क को छेड़ने की कोशिश कर रहा है|

वह बार-बार उसी से सार्क को मारता था

उस टाइम उसके हाथ में एक मेटल की प्लेट थी जिसमें बोट से एक रस्सी बंधी हुई है, वह बार-बार उसी से सार्क को मारता था और फिर रस्सी की हेल्प से वापस खींच लिया करता था| ऐसा जब वह कई बार किया तो एक बार गलती से वह शार्क में जा फंसा, ऐसा होते ही शार्क वहां से भागने लगा जैसा कि मेटल की प्लेट अभी भी उसके बॉडी में लिपटी है इस तरह शार्क जिस तरफ भी गया बोट भी उसी तरफ खींची चली गई|

यह देख उन्हें एक बात का एहसास हो ही गया कि हम जैसा सोच रहे हैं यह सार्क हमारे सोच से भी कई गुना बड़े हैं पर और दूर जा पाते इससे पहले ये जैसे तैसे रस्सी को बोट से छुड़ा दिए| इस घटना के बाद इनके साथ यह अच्छा हुआ कि यह बाकी सार्क से दूर जा चुके थे यानी अभी के लिए शार्क वगैरह से कोई खतरा नहीं है, फाइनली आज का दिन भी खत्म हुआ|

कुछ ही घंटों में अंधेरा हो गया, रात के समय इन्होंने पाया आसमान में बिजली कड़क रही है इसी गड़गड़ाहट के बीच उनमें से एक कहने लगी कि सामने रोशनी है? हो ना हो जरूर यह कोई शिप होगी| यह जल्दी-जल्दी लाइट की ओर बोट को ले जाने की कोशिश करने लगे पर थोड़ी देर बाद इन्हें देखने को मिला सामने कोई लाइट नहीं है| मतलब अभी-अभी जो इन्होंने देखा यह रोशनी लाइटनिंग स्ट्राइक की थी, अब तक इन्हें समंदर में फंसे हुए 24 घंटे कंप्लीट हो चुके थे|

इस बीते 24 घंटों में यह कुछ भी खाए पिए नहीं थे, प्यास भी जोरों की लगी थी थोड़ी देर बाद बारिश हुई पीने के लिए इन्हें पानी तो मिल गया पर यह अभी भी सुरक्षित नहीं है| इसी तरह दूसरी रात भी जैसे-तैसे खत्म हुई सुबह हुआ यानी आज इनका समंदर में तीसरा दिन था| तीसरे दिन की सुबह इन्होंने देखा आज मौसम बिल्कुल क्लियर हो चुका है तूफान वगैरह आने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है साथ ही साथ शार्क वगैरह भी नहीं दिख रहे थे|

हादसे के बाद ये किस दिशा में गए यह तो पता नहीं

इसी टाइम कैप्टन यह जानने की कोशिश किए आखिर यह समुंदर तट से कितना दूर होंगे? जब इनका बोट समुंदर में फंसा था तो ये समुंदर तट से 50 से 55 किमी दूर थे| पर हादसे के बाद ये किस दिशा में गए यह तो पता नहीं है यदि यहां पर पॉसिबिलिटी देखी जाए तो दो बातें सामने आएंगी एक तो यह है यह समंदर तट की ओर जा रहे हैं या फिर उसके विपरीत दिशा में जा रहे हैं|

बचकर निकलने का इनके पास एक ही रास्ता है ये किसी शिप के यहां आने का इंतजार करते रहे| क्योंकि इसके अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है क्योंकि रेडियो बोट के साथ ही समंदर में डूब चुका है| आगे बढ़ते समय के साथ सभी लोग भूख प्यास से कमजोर पड़ने लगे, यदि इनकी फिजिकली कंडीशन देखी जाए तो छोटी-मोटी चोटें सभी को आई थी पर जो सबसे ज्यादा चोटिल है वह कैप्टन की गर्लफ्रेंड थी| अब तो उसके जख्मों में इंफेक्शन भी बढ़ने लगा है इसी तरह इनका तीसरा दिन भी गुजर गया|

रात के वक्त जहां सभी लोग सोए थे कि इसी टाइम दो लोग नींद से जागे साथ ही साथ डेबरा भी उठी जहां वह देखती है कि उसके दो साथी समंदर का खारा पानी पी रहे हैं| वह उन दोनों को ऐसा करने से मना करने लगी पर यह इसी तरह ज्यादा समय तक इस पानी का सेवन करते रहे तो इनके मरने की पॉसिबिलिटी और बढ़ जाएगी| डेबरा के समझाने के बावजूद वे दोनों लोग उसकी एक नहीं सुने इस तरह तीसरी रात भी खत्म हुई, सवेरा हुआ यानी आज इनका चौथा दिन है|

Ship Crash

 अब तक वे दोनों बंदे जो रात के वक्त समंदर का खारा पानी पी रहे थे, भूख तथा कमजोरी से उनकी मेंटली हालत खराब हो रही है| दोनों बहकी बहकी बातें करने लगे हैं उनमें से एक कहने लगा सामने मेरे लिए खाना है? पर बाकी लोग उसे समझाए कि ऐसा कुछ नहीं है यह है सिर्फ तुम्हारे दिमाग का भ्रम पर वह उनमें से किसी की एक नहीं सुना|

उसके चीखने की आवाज सुनने को मिली

पानी में उतर कर आगे बढ़ने लगा स्टार्टिंग में इन्हें लगा वह थोड़ी दूर जाने के बाद वापस लौट आएगा पर इन्हें कहां पता इन्हें उसे इस तरह नहीं जाने देना चाहिए था| वह थोड़ी दूर गया होगा कि उसके चीखने की आवाज सुनने को मिली पर ये समझ पाते कि उसके साथ हुआ क्या तब तक आवाज आनी बंद हो गई| इसके बाद ना ही उसकी आवाज आई ना ही पानी के बाहर दिखा| मतलब साफ था वह किसी बड़े सार्क का शिकार हो चुका है, इस तरह अपने एक साथी को खोने के बाद यह बहुत ही परेशान हुए|

पर अब पछताने से कुछ नहीं हो सकता था, यह सभी उसी के शोक में डूबे ही थे तभी थोड़ी देर बाद दूसरे बंदे के भी मेंटली हालत खराब होने लगी| वह भी बहकी बहकी बातें करने लगा पर उस पहले वाले की तरह इसे पानी में उतरने से मना किया गया, लेकिन वह कहां किसी का सुना मना करने के बावजूद पानी में उतर गया| यहां यह दूसरा बंदा पहले वाले बंदे की तरह कोई भी हरकत नहीं किया बोट के आसपास ही रहा|

100 Feet | पति का मर्ड$र कर वापस उसी घर में कैद हो गई महिला, आगे हुवा ये?

इसलिए इन्हें लगा कि इसके साथ कुछ बुरा नहीं होगा वह थोड़े समय तक बोट के आसपास घूमता रहा, पर अगले पल लोगों की नजर जैसे ही उससे हटी| ये देखते हैं कि वह बंदा गायब है? आसपास नजर घुमाया गया तो देखने को मिला कि पानी से बहुत सारा ब्लड निकल रहा है| मतलब साफ है इनका दूसरा दोस्त भी जीवित नहीं रहा, पर वह बंदा जिस सार्क का निवाला बना था वह अभी भी बोट के पास ही था|

इतने बड़े सार्क को देखकर ये घबरा गए

वह बोट के नीचे जाकर बार-बार धक्का मारने लगा इतने बड़े सार्क को देखकर ये तीनों घबरा गए, डर की वजह से कोई भी वापस से पानी में नहीं गया| फाइनली आज की रात भी खत्म हुई अंधेरा होने के बाद तीनों लोग ऐसे ही लेटे थे कि तभी उनमें से कैप्टन की गर्लफ्रेंड नींद से उठी, दोनों लोग पूछने की कोशिश किए कि क्या वह ठीक है पर इससे पहले वह उन पर ही हमला कर दी|

जैसे-तैसे उस पर कंट्रोल पाया गया शांति से बैठने को कहा गया पर इसके बाद वह शांत नहीं हुई, तरह-तरह की बहकी बहकी बातें करने लगी कि तुम लोग अब नहीं बच सकते मैं तुम लोगों को नहीं छोडूंगी| यह सुन उन दोनों को इस बात का एहसास हो चुका है इसकी भी मेंटली कंडीशन खराब हो रही है| फिलहाल रात को जैसे-तैसे करके उसे सुलाया गया रात खत्म हुई सुबह हुआ| आज था पांच दिन पर पांचवें दिन की सुबह जैसे ये दोनों लोग उठे देखते हैं कि उनकी साथी बिल्कुल शांत है वह सो रही थी अभी भी जब जगाने की कोशिश की गई तो पता चला वह मर चुकी है|

इस तरह ये दोनों लोग एक डेड बॉडी को बोट में रखना ठीक नहीं समझे दोनों ने प्लान किया कि इसे पानी में बहा देना चाहिए| अगर वह ज्यादा समय तक इस बोट में रही तो इसकी वजह से हम इफेक्टेड हो जाएंगे पर उसे पानी में बहाने से पहले ज्वेलरी वगैरह निकाल लिए, सोचा यदि हम यहां से बच निकले तो इस ज्वेलरी को उसके फैमिली को सौंप देंगे|

इस तरह यह दोनों न चाहकर भी अपने तीसरे साथी को पानी में फेंक दिए, जहां थोड़ी देर बाद एक शार्क आकर उसे निगल गया| इस तरह बोट में अब सिर्फ दो लोग बचे थे, अब देखना यही बाकी है क्या यह दोनों यहां से जीवित बच पाएंगे या इनके भी साथ यही होगा जो बाकी तीन लोगों के साथ हुआ है| अभी तो यह बचने के लिए कुछ भी नहीं कर सकते थे सिवाय उस बोट में रहने का दोपहर तक बोट में ही पड़े रहे|

बीच में इनके साथ तरह-तरह की चीजें हुई पर फिर भी ये जैसे-तैसे अपने आप को संभाले हुए हैं, दोपहर के बाद शिप या फिर आइलैंड की तलाश में इधर-उधर देख ही रहे थे कि इसी टाइम इन्हें सामने से एक जहाज आता हुआ दिखाई पड़ा| पहले तो डेबरा को दिखाई नहीं पड़ा लेकिन जब शिप उसके करीब आया तो उसके खुशी का ठिकाना नहीं था| इन्होंने चिल्ला चिल्लाकर आवाजें लगाई दोनों की किस्मत अच्छी थी शिप के क्रू की नजर उन पर पड़ गई, इस तरह पांचवें दिन पांच लोगों में से दो लोग जीवित बच निकले थे|

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Vinod Nishad

मै विनोद निषाद इस ब्लॉग का फाउंडर हूँ| मुझे अलग अलग चीजो के बारे में लिखना और उन्हें आप तक पहूँचाने में रूचि है, मै करीब पिछले एक साल से कंटेंट राइटिंग कर रहा हूँ| मेरे द्वारा लिखा गया कंटेंट आपको कैसा लगा कमेंट में जरुर बताये|

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